आपने भी शायद नोटिस किया होगा की आजकल जिसे देखो Artificial Intelligence की बस बातें किये जा रहा है यदि आपको इसके बारे में पूरी ज्यादा जानकारी नहीं है तब आपको Tension लेने की बिलकुल भी जरुरत नहीं है, क्यूंकि हमारे इस ब्लॉग के पोस्ट के Through आप को Artificial Intelligence (AI) क्या है या कृत्रिम बुद्धि क्या है? इसके फायदे – नुकसान क्या है और ये इतना जरुरी क्यूँ है के बारे में पूरी जानकरी हमारे वेबसाइट apnatechonline.com मिलेगा, ,हमारे Article को End तक पढ़ के आप सभी क सारे सवाल खत्म हो जायेगे
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आर्टिफिशल इंटेलिजेंस क्या है – What is Artificial Intelligence
क्या आप जानते हैं की आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) या कृत्रिम बुद्धि क्या है ?
सरल शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है एक मशीन जो सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास कर लेता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कंप्यूटर साइंस का सबसे Best खोज माना जाता है और जिसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है, जिससे कंप्यूटर सोच सके, Computer का ऐसा दिमाग, जो इंसानों की तरह सोच सके
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है- बनावटी (कृत्रिम) तरीके से विकसित की गई बौद्धि (दिमाग) मशीनों के बुद्धि विकसित करने की शोध की शुरूआत 1943 हुआ था
1950 ही वो साल था जब Artificial intelligence रिसर्च की शुरुवात हुई थी। इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर और स्टोर्ड-प्रोग्राम कंप्यूटर के विकास के साथ ही AI के क्षेत्र में रिसर्च का काम शुरू हुआ
लेकिन Artificial Intelligence शब्द का पहेली बार इस्तेमाल John McCarthy (जॉन मैकार्थी) ने ही 1956 में Dartmouth Conference (डार्टमाउथ कांफ्रेंस ) किया था और उस Conference कहा गया था की अगर Science और Engineering दोनों का इस्तेमाल करके, एक ऐसा Computer बनाया जा सकता है जो की खुद से ही सोचकर, समझकर Decision (निर्णय) ले सकें इसलिए हम john McCarthy को ही Artificial Intelligence के जनक (पिता) के रूप में जानते है यह एक अमेरिकन साइंटिस्ट थे
कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्या है ?
जहां कृत्रिम का मतलब है –
“किसी व्यक्ति के द्वारा बनाया हुआ” बुद्धिमत्ता का मतलब है – “सोचने की शक्ति “
Artificial intelligence (AI) कंप्यूटर Science की एक ऐसी Branch है जीसके अंदर मशीनों खुद से ही सोचकर समझकर Decision (निर्णय) ले सकें यानि मशीनों को Intelligent (बुद्धिमान) बनाया जाता है
जब हम किसी कंप्यूटर को इस तरह तैयार करते हैं जो मनुष्य के दिमाग की तरह कार्य कर सके तो उसे Artificial intelligence (AI) कहते हैं, इसी एडवांस टेक्नोलॉजी से बनने वाली मशीन को ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार – Types of Artificial Intelligence
Artificial Intelligence तीन प्रकार का होता है; Weak AI, Strong AI और Super AI इन के बारे में अब हम थोड़ा Detail में जनेगे Example के साथ
Weak AI
जैसे कि नाम से ही क्लियर है की यह कमजोर कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जिसे हम Narrow AI भी कहते हैं इसमें सोचने, समझने की क्षमता कुछ लिमिटेड (सिमित ) कामो तक किया जाता है इसे जिस काम के लिए बनाया जाता है ये सिर्फ उन्ही कामो को कर सकता है। इसलिए Weak AI एक बार में सिर्फ एक ही काम कर सकता है
Narrow AI के उदाहरण
facial recognition
speech recognition
Google Search
Virtual assistants
(Google assistant, Siri by Apple, Alexa by Amazon).
Self-driving cars.
Google maps.
smartwatch etc.
Strong AI
इसके नाम से भी हम पता लगा सकते हैं कि यह एक विशेष किस्म का Mindset वाला टेक्नोलॉजी है
जिसका लक्ष्य दिए गए काम को सही तरह से और अपने बौद्धिक (दिमाग) क्षमता का Use कर उसे सही तरीके से कर सके , उसे Strong AI कहते है
डेवलपर्स और प्रोग्रामर्स का यह मानना है कि Super AI की सोचने, समझने तथा सिखने की क्षमता मनुष्य के दिमाग के मुकाबले कई गुना अधिक होगी और यह इंसानो से ज्यादा ताकतवर होगा इसमें खुद से फैसले लेने की भी काबिलियत होगी इसलिए यह मनुष्य के लिए खतरा भी बन सकता है
Strong AI के उदाहरण
Google Bard
ChatGPT इसके सबसे मॉडर्न उदाहरण कहे जा सकते हैं
Fundamental of Artificial Intelligence – AI के मूल तत्व
(1) Machine learning
मशीन लर्निंग प्रोग्रामिंग की एक ऐसी Latest Technology है जिसके माध्यम से कंप्यूटर के प्रोग्राम को इस तरीके से डिजाइन किया जाता है कि वह खुद से ही नई-नई चीजों को Learn कर सके ,जरूरत पड़ने पर खुद Decision ले सके,और समय के साथ अपने performance में सुधार कर सकता है
सफलता इस विचार के साथ आती है कि एक मशीन सटीक परिणाम देने के लिए पुराने डेटा से सीखती है. मशीन लर्निंग प्रणाली Artificial intelligence (AI) पर आधारित है यानी Artificial intelligence को मशीन इंटेलिजेंस भी कहा जाता है
यह statistical models और एल्गोरिदम के उपयोग के माध्यम से प्राप्त किया जाता है जो मशीनों को डेटा में पैटर्न की पहचान करने और उन पैटर्न के आधार पर निर्णय लेने में सक्षम बनाता है
Natural Language Processing (NLP):
NLP का पूरा नाम Natural Language Processing होता है यह computer world की एक तरह की टेक्नोलॉजी है जिसके Through से computer , इंसानों की भाषाओ को समझ पाता है और उसके बाद उसे उसका आउट्पुट भी इंसानी भाषा मे ही प्रदान करता है, यह आर्टिफिशियल इन्टेलिजन्स की Help से किसी उपकरण को यह इस तरह की क्षमता प्रदान करता है जिसकी सहायता से वह उपकरण इंसानों के साथ इंसानी भाषा मे ही Communicate कर सके
यह कंप्युटर साइंस, आर्टिफिशियल इन्टेलिजन्स, मशीन लर्निंग इनका एक महत्वपूर्ण Part है, इस Technology की मदद से मशीन या कंप्युटर को इस तरह से प्रोग्राम किया जाता है जिससे की वे नेचुरल लैंग्वेज यानि इंसानी भाषा जैसे अंग्रेजी, इनमे दिए गए Instruction को समझने मे और उसी निर्देश के अनुसार अपने काम को करके उसका आउट्पुट उसी भाषा मे देने मे सक्षम हो जाता hai
Natural Language Processing आर्टिफिशियल इन्टेलिजन्स का ही Branch है जो की मशीनो को इस तरह प्रोग्राम करने मे मदद करता है जिससे की वे इंसानों के साथ इंसानी भाषा मे ही Communicate कर पाते है
Example
जैसे आपने गूगल अससिस्टेंट और अलेक्सा के बारे मे सुना ही होगा, ये दोनों ऐसे डिवाइस है जो की इंसानों के साथ इंसानी भाषा मे बातचीत कर पाते है, तो आखिर ये कैसे करते है तो आपको बता दे की नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के इस्तेमाल से ही ये कर पाते है
Deep Learning :
डीप लर्निंग Machine learning का एक पार्ट है हां हम यह भी कह सकते हैं कि डीप लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी एक पार्ट है क्योंकि यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से मिलता जुलता क्षेत्र है , जो की पूरी तरह से आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क पर आधारित है। आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क अल्गोरिथम को इंसानी दिमाग से प्रेरित होकर तैयार किया गया है
यदि एक लाइन में कहा जाए तो डीप लर्निंग के द्वारा कम्प्यूटर्स में इंसांन की तरह सोचने समझने और अनुभव करने की क्षमता उत्पन्न की जाती है इस अनुभव को प्राप्त करने के लिए डीप लर्निंग को काफी बड़ी मात्रा में डाटा की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि यह इंसानी बुद्धि पर आधारित है
जिस प्रकार इंसान अपने अनुभव से सीखता है, इसी प्रकार जब डीप लर्निंग अल्गोरिथम के द्वारा किसी कार्य को बार-बार किया जाता है, तो स्वतः ही छोटी-छोटी कमियों से सीख कर उसके परिणाम में सुधार होता चला जाता है, और मशीन भी अनुभवी बनती चली जाती है
जब एक बार मशीन अनुभवी हो जाए और ऐसी स्तिथि में पहुँच जाए जहाँ पर वह खुद ब खुद कार्यों को करने में सक्षम हो, तो उन्हें कार्य पर लगा दिया जाता है
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस क्या है – What is Artificial Intelligence FAQ
1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: Artificial intelligence (AI) के चार मुख्य प्रकार है.
artificial intelligence (AI) के चार मुख्य प्रकार है
- पूर्णतः प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive),
- सीमित स्मृति (Limited Memory),
- मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory):
- आत्म-चेतना (Self Conscious)
2. AI का full form क्या होता है?
Ans AI की फुलफॉर्म Artificial Intelligence है
3.आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से आप क्या समझते हैं?
Ans – Artificial Intelligence एक यैसी मशीन होती है जो कि इंसानों की तरह सोचने, समझने और कार्य करने की programming किया गया होता
conclusion – निष्कर्ष:
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